231 बटालियन, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल
जावंगा
गीदम, दंतेवाड़ा (छ०ग०)
दिनांक 21 जून, 2023
"वसुधैव
कटुम्बकम के लिए योग’’की थीम के साथ 231 बटालियन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के प्रांगण में मनाया गया 9वॉ अंतराष्ट्रीय योग दिवस
231
बटालियन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के प्रांगण में दिनांक 21/06/2023
को 9वें अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर श्री सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट 231
बटालियन, श्री
मुनीश कुमार, द्वितीय
कमान अधिकारी, श्री
प्रताप कुमार बेहरा, उप
कमाण्डेंट, श्री
रवि प्रकाश सुनकर, चिकित्सा
अधिकारी, श्री
एम. बरनीधरन,चिकित्सा
अधिकारीअधीनस्थ अधिकारियों /सभी जवानों व उनके परिवार एवं विभिन्न संस्थानों
से आये हुए छात्रों ने योगाभ्यास में भाग
लिया ।
वसुधैव कटुम्बकम
की थीम लिए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस2023 "एक पृथ्वी,
एक परिवार और एक भविष्य" के लिए
हमारी साझा आकांक्षा को खूबसूरती से दर्शाता है”इसअवसर पर विभिन्न योग मुद्राओं
जैसे सूर्य नमस्कार, पदमासन,
त्रिकोणासन,
वृक्षासन,
धनुषासन,
भुजंग आसन,
तड़ासन का अभ्यासआयुश मंत्रालय के योग
प्रोटोकाल के अनुसार किया गया । जवानों एवं उनके परिवारों ने आज योग दिवस पूरे
हर्ष के साथ मनाया. योग सत्र की समाप्ति
के उपरान्त श्री सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट 231
बटालियन ने अंतराष्ट्रीय योग दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि अंतराष्ट्रीय
योग दिवस 21
जून को देश-दुनिया में मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है,
प्रथम बार योग दिवस 21
जून 2015
को मनाया गया, जिसकी
पहल भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 27
सितम्बर 2014
को संयुक्त राष्ट्र संघ के 69 वें सत्र में अपने संबोधन में अंतराष्ट्रीय योग
दिवस मनाने की पहल संयुक्त राष्ट्र संघ में रखी जिसे 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त
राष्ट्र संघ के 193 देशों ने सहर्ष स्वीकार किया। इस वर्ष हमने 9वॉ
अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया है। योग एक
प्रवृत्ति है, जो
वर्षों से फल-फूल रही है, इतना
ही नहीं यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बनाए रखने में एक पथ प्रदर्शक
बन गया है। योग की प्रत्येक गतिविधि लचीलेपन,
शक्ति,
संतुलन में सुधार और सद्भाव प्राप्त करने
की कुंजी है। योग की महिमा और महत्व को जानकर इसे स्वस्थ्य जीवनशैली हेतु बड़े
पैमाने पर अपनाया जा रहा है।
श्री सुरेंद्र सिंह कमाण्डेंट 231
बटालियन ने कहा, “योग
भारत की सदियों पुरानी ऐसी परंपरा है जिसके जबरदस्त स्वास्थ्य संबंधी लाभ हैं।
यह जरूरी है कि हमारे जवान इसे ड्यूटी के अतिरिक्त अपने दैनिक जीवन का हिस्सा
बना लें जिससे वे स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन जी सकें। अंत में समस्त अधिकारियों,
अधीनस्थ अधिकारियों व जवानों ने स्वयं
के मन को हमेशा संतुलित रखने, आत्मविश्वास
में वृद्धि, परिवार,
समाज,विश्व
की एकता, स्वास्थ्य
और शांतिके वृद्धि के लिए योग को सदैव अपनाए रखने का संकल्प लिया।